असीम गोयल नन्यौला ने ऐतिहासिक शहीदी यात्रा (नगर कीर्तन) में शामिल होकर माथा टेककर गुरू का आशीवार्द प्राप्त किया।
अम्बाला:अशोक शर्मा।
हिन्द की चादर श्री गुरू तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी वर्षगांठ को समर्पित शहीदी यात्रा (नगर कीर्तन) ऐतिहासिक गुरूद्वारा बादशाही बाग साहिब से शुरू हुई। इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री असीम गोयल नन्यौला ने ऐतिहासिक शहीदी यात्रा (नगर कीर्तन) में शामिल होकर माथा टेककर गुरू का आशीवार्द प्राप्त किया। इससे पहले उन्होंने बादशाही बाग साहिब गुरूद्वारे में भी माथा टेका।
पूर्व राज्यमंत्री असीम गोयल नन्यौला ने कहा कि कहा कि श्री गुरू तेग बहादुर जी ने बिना कोई जात, बिना कोई धर्म देखे, इस हिंद दी रक्षा के लिए अपना बंद-बंद लवाया, अपना सर्वस्व बलिदान किया। पूरी दूनिया के इतिहास में इससे बडी कुर्बानी की बलिदान की कोई मिसाल नहीं हो सकती। श्री गुरू तेेग बहादुर जी का 350वां साला पूरे प्रदेश में श्रदाभाव के साथ मनाने का काम किया जा रहा है। गुरू तेग बहादुर जी को हिंद दी चादर कहा जाता है। गुरू तेग बहादुर ने सर्व समाज के लिए कार्य किया है। धर्म व मानवता की रक्षा के लिए उन द्वारा दिया गया बलिदान अतुलनीय है। उन्होनें कहा खाली सिख समाज का नहीं हर एक हिन्दुस्तानी का एक परम कत्र्तव्य है कि इस दिहाडे नू बडी श्रद्धा दे नाल मनावे ते अपने बच्चों व आने वाली पीढियां नू यह संस्कार दे कि गुरू महाराज ने किस प्रकार सारे देश व धर्म की रक्षा के लिए अपना शीश दिया, किस प्रकार अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। आज हम सारे बहुत श्रद्धा के साथ पवित्र गुरू ग्रन्थ साहिब जी दे आगे माथा टेककर श्री गुरू तेग बहादुर जी का ध्यान करके, उनके पवित्र चरणों का ध्यान करके इसे श्रदापूर्वक मनाने का काम कर रहे है।
उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी जी सारे हरियाणा में इस समागम के सफलतापूर्वक आयोजन को लेकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 25 नवम्बर को देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कुरूक्षेत्र पहुंचकर अपने श्रद्धासुमन गुरू साहिब के चरणों में अर्पण करेंगे। एक बहुत बड़ा उपराला हरियाणा सरकार द्वारा कुरूक्षेत्र में किया जा रहा है जो कि 25 नवम्बर को है। उन्होंने कहा कि श्री गुरू तेग बहादुर जी के 350 वें शहीदी दिवस को समर्पित ऐतिहासिक शहीदी यात्रा (नगर कीर्तन)निकाला जा रहा है ताकि लोगों को इनकी शहादत का स्मरण रहे और उनका पवित्र सिमरण करके हम अपनी जिदंगी को खुशहाल बना सकते हैं।
बाक्स: पूर्व राज्यमंत्री असीम गोयल नन्यौला ने मानव चौक के नजदीक यात्रा का स्वागत करते हुए लंगर बांटकर सेवा भी की। उन्होंने बताया कि नगर कीर्तन में हर वर्ग के लोग आगे आकर गुरू का आशीवार्द प्राप्त कर रहे है तथा ऐतिहासिक शहीदी यात्रा का पूरे उत्साह के साथ श्रदापूवर्क स्वागत कर रहे है। नगर कीर्तन के दौरान गतका व जत्थेथारी कीर्तन भी किया जा रहा है।
बादशाही बाग से शुरू हुई यह ऐतिहासिक यात्रा (नगर कीर्तन)मानवचौक होते हुए दुर्गानगर, नसीरपुर, धुरकडा, बलाना, भडी, अहमा, कुर्बानपुर, इस्माईलपुर, मलौर, भुडंगपुर, दौदपुर, नकटपुर मोड, पंजौला, खुर्चनपुर-लौंटा जाएगा तथा गांव नन्यौला में रात्रि ठहराव होगा। आज जहां जहां से नगर कीर्तन निकला श्रदालुओं ने पुष्प वर्षा करते हुए श्रदापूर्वक यात्रा का स्वागत करते हुए गुरू का आशाीवार्द लिया।
यहां बता दे कि 21 नवम्बर को गांव नन्यौला से नगर कीर्तन शुरू होगा जो उदयपुर, रसूलपुर, सेखोपुर, जगोली, खन्ना माजरा, नवी निहारसी, निहारसी, जनसुआ, जनसुई, नग्गल, मटेडी सेखां, भानोखेडी, लडाना, रवालों, बहबलपुर, बेगो माजरा होते हुए गुरूद्वारा श्री लखनौर साहिब पहुचेंगे। गुरूद्वारा श्री लखनौर साहिब में रात्रि ठहराव होगा।
इस मौके पर जिला परिषद के चेयरमैन मक्खन सिंह लबाणा, मार्किट कमेटी चेयरमैन जसविंद्र सिंह उगाड़ा, हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यकारी सदस्य गुरतेज सिंह, सदस्य टी.पी.सिंह, भाजपा पदाधिकारी सुरेंद्र ढंीगरा, गुरूविंद्र सिंह मानकपुर,दिनेश लदाना, मनीष मल, सरदूल ंिसह, गुरूप्रीत शाना, शैंकी बाजवा, संजय सेठी, अर्चना छिब्बर, गुरूविंदर सग्गू के साथ-साथ अन्य श्रदालुगण व गणमान्य लोग मौजूद रहे।





