अम्बाला:अशोक शर्मा।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर ग्राम बाड़ा स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में एक जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. शशिकांत के निर्देशन में डॉ. समिधा की अगुवाई में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर डॉ. समिधा ने ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए तंबाकू से होने वाले गंभीर दुष्परिणामों जैसे कैंसर, फेफड़ों की बीमारी, हृदय रोग एवं मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव के बारे में बताया। उन्होंने सभी से तंबाकू से दूर रहने और दूसरों को भी प्रेरित करने की अपील की।
कार्यक्रम में योग प्रशिक्षिका श्रीमती सोनिया और योग सहायक श्रीमती दपींदर ने सहभागिता की। उन्होंने उपस्थित लोगों को योग एवं प्राणायाम के माध्यम से तंबाकू की लत से छुटकारा पाने के उपाय बताए। कार्यक्रम में डिस्पेंसरी सहायक नसीब और पार्ट-टाइम हेल्थ असिस्टेंट सनी ने भी सहयोग प्रदान किया। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य सुझाव दिए और तंबाकू से होने वाले रोगों की जानकारी दी।
ग्रामवासियों में ज्योति, जगीरो, किरण, ममता आदि महिलाओं ने बढ़-चढक़र भाग लिया। उन्होंने तंबाकू के खिलाफ शपथ ली और अपने परिवार एवं समाज में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। सजग, केरत और सीरत जैसे बच्चों ने पोस्टर और नाटक के माध्यम से संदेश प्रस्तुत किए, जिससे कार्यक्रम में उत्साह का माहौल बना रहा।
कार्यक्रम के अंत में सभी को आयुर्वेदिक काढ़ा वितरित किया गया और तंबाकू निषेध संबंधी पर्चे बांटे गए। ग्रामवासियों ने इस प्रयास की सराहना की और ऐसे और कार्यक्रमों की मांग की।
इस अवसर पर डॉ. शशिकांत ने कहा कि इस प्रकार के जन-जागरूकता कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाते रहेंगे ताकि समाज नशा-मुक्त और स्वास्थ्यपूर्ण बन सके।