ठगी के दो अलग-अलग मामलों में भी कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने पुलिस को जांच के निर्देश दिए ।
अम्बाला:अशोक शर्मा। हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने आज अपने आवास पर अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए।
छावनी निवासी युवती ने कैबिनेट मंत्री अनिल विज को अपनी शिकायत देते हुए बताया कि उनके घर के पास ही रहने वाले वाले युवक ने उसका मोबाइल नंबर कुछ अश्लील मैसजों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। उसका आरोप था कि युवक द्वारा जानबूझकर उसे बदनाम करने की नीयत से ऐसा किया गया है। मंत्री अनिल विज ने मौके पर मौजूद डीएसपी रमेश कुमार को इस मामले में केस दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
वशिष्ठ नगर से आई महिला ने मंत्री अनिल विज को शिकायत देते हुए कहा कि घर की पुश्तैनी जमीन बेचने को लेकर उनका सौदा हुआ था, मगर इस उससे अभी तक अपने हिस्से के 16 लाख रुपए नहीं मिले हैं। मंत्री विज ने मामले में डीएसपी कैंट को जांच के निर्देश दिए। इसी तरह छावनी सदर क्षेत्र निवासी व्यक्ति ने अपने बेटे को विदेश भेजने के नाम पर ठगी की शिकायत दी। उसका आरोप था कि उसके बेटे को कुरुक्षेत्र निवासी एजेंट ने विदेश भेजने के लिए सौदा किया और इसके लिए उन्होंने 5.10 लाख रुपए की राशि एजेंट को दी। मगर एजेंट ने न तो उसे विदेश भेजा और न ही राशि वापस लौटाई। इस मामले में मंत्री अनिल विज ने पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज को आज पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर यूनियन सदस्यों ने अपना मांग पत्र सौंपा। इस दौरान यूनियन सदस्यों ने कई सूत्रीय मांग ज्ञापन के माध्यम से उठाई।
सेवा समिति चौक निवासी महिला ने उसकी बुढ़ापा पेंशन लगाने, महेशनगर निवासी विवाहिता ने परिवार व ससुराल पक्ष द्वारा उसके साथ मारपीट करने, मच्छौंडा निवासी लोगों ने मच्छौंडा से शाहपुर तक रोड को चौड़ा करने, रामगढ़ माजरा निवासी लोगों ने ट्रांसफार्मर का लोड बढ़वाने, तेली मंडी निवासी विवाहिता ने परिवार सदस्यों द्वारा उसके साथ मारपीट करने की शिकायत दी जिनपर मंत्री अनिल विज ने संबंधित विभागों को मामले में कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए।
वहीं मंत्री अनिल विज के समक्ष अन्य कई शिकायतें आई जिनपर उन्होंने संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दिए। इस अवसर पर नगर परिषद के उपाध्यक्ष ललता प्रसाद, डीएसपी रमेश कुमार के अलावा अलग-अलग विभागों के अधिकारी मौजूद रहे