बीकानेर (रामलाल लावा ) राजकीय विधि महाविद्यालय बीकानेर में प्राचार्य प्रो. भगवाना राम बिश्नोई की अध्यक्षता में “साइबर सुरक्षा” के विषय पर संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों के लिए भारत सरकार के “साइबर जागृत भारत” कार्यक्रम की श्रृंखला में एक प्रायोगिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात साइबर विशेषज्ञ प्रशांत जोशी रहे। सत्र के दौरान उन्होंने अजमेर 92 जैसे चर्चित केस स्टडी, ‘जामतारा सीजन-2’ अनेक प्रकार के हैक क्राइम, डिजिटल अरेस्ट, वीडियो कॉल के माध्यम से होने वाले टास्क-बेस्ड फ्रॉड तथा अन्य प्रचलित ऑनलाइन अपराधों के उदाहरण वास्तविक समाचारों और जीवन्त घटनाओं के साथ समझाए।
उन्होंने गूगल सेफगार्ड्स, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की भूमिका तथा वर्तमान साइबर परिदृश्य से जुड़े जोखिमों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। इसके बाद उन्होंने इंटरनेट से जुड़े जोखिमों जैसे पायरेसी, असुरक्षित साइट्स, साइबर अटैक, फिशिंग, पासवर्ड अटैक, फेक लिंक आदि के उदाहरण देकर छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दी।
कार्यशाला संयोजक डॉ मीनाक्षी कुमावत ने बताया कि अक्टूबर 2025 को वैश्विक स्तर पर राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। अतः इस कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों में साइबर अनुशासन के प्रति जागरूकता बढ़ी तथा वे तकनीकी सतर्कता और सुरक्षा कौशल से सुसज्जित हुए। कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी और लाभप्रद सिद्ध हुआ। हम आशा करते हैं कि प्रतिभागी इस जानकारी को अपने दैनिक जीवन में सही तरीके से लागू करेंगे और साइबर हमलों से स्वयं सुरक्षित रहेंगे व समाज को भी सुरक्षित रखेंगे। कार्यशाला के अंत में आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर प्रो. कुमुद जैन द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इस दौरान विद्यार्थियों के साथ महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।




