महराजगंज (एके जायसवाल), अखिल भारतीय कलवार कलाल,कलार जायसवाल महासभा ने जून के अतिंम सप्ताह मे ब्यान जारी किया था कि पहले चरण मे शीघ्र ही सत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय दलों के प्रमुखों से महासभा का प्रतिनिधित्व मंडल शीघ्र मिलेगा।
उसी कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके अधीनस्थ वरिष्ठ पदाधिकारियों को पत्र भेज कर मिलने का समय मांगा गया था किन्तु समय नही मिला है इस सम्बन्ध मे जयपुर मे 28 सितम्बर को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुष्ठ वरिष्ठ जन्म भाग ले रहे हैं दूसरे दिन 29 सितम्बर 2025 को पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार मिलने के सम्बन्ध मे निर्णय लिया जायेगा।
महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक पूरन चन्द झरीवाल के नेतृत्व मे महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव कुमार जायसवाल सहीत एक प्रतिनिधि मंडल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महासचिव व वरिष्ठ पदाधिकारी से मिलने का प्रयास दिल्ली मे किया जायेगा।
मुलाकात हुई तो राजनैतिक चर्चा होगी एवं सुझाव भी दिये जायेंगे। क्रमश भाजपा के कई बडे़ नेताओ नितिन गडकरी से भी मिलने का कार्यक्रम बनाया गया है तथा क्षेत्रिय अध्यक्षों मे प्रमुख रूप से उपेंद्र कुशवाहा से व अनुप्रिया पटेल एवं राजस्थान के सांसदों एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से भी मिलकर केन्द्र सरकार से मांग किया जायेगा कि राजस्थान मे संपूर्ण कलाल समाज को आरक्षण की सुविधा दी जाए।
उक्त ब्यान अखिल भारतीय कलवार कलाल कलार जायसवाल महासभा के राष्ट्रीय महासचिव ध्रुवचन्द जायसवाल ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
ध्रुवचन्द जायसवाल ने अवगत कराते हुए बताया कि मिलने के लिए आवेदन पत्र रजिस्टर्ड डाक द्वारा दिनांक 11 जुलॎई 2025 को गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर समय मांगा है किन्तु किसी ने संज्ञान नही लिया। स्मरण रहे कि 2014 से 2024 तक लोकसभा मे एक दो छोटे राज्यों को छोड़कर यूपी, उत्तराखण्ड, मध्यप्रदेश, राजस्थान छतीसगढ, महाराष्ट्र एवं दक्षिण भारत के राज्यों सहीत किसी भी राज्यों मे टिकट नही दिया तथा राज्यसभा एवं विधानपरिषद मे भी हमारे समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं दिया है।
अखिल भारतीय कलवार कलाल कलार जायसवाल महासभा एवं पिछड़े वैश्यों की उपेक्षा चुनावों मे नहीं कर सकेगी महासभा अपनी रणनीति बना ली है इसवार चुनावों मे दिखाई देगा पहले चरण मे सत्ता पक्ष से मिलने की प्रक्रिया जारी है। दुसरे चरण की घोषणा पहले चरण के आधार पर लिया जाएगा।
ध्रुवचन्द जायसवाल ने कहा कि वर्तमान मे परिस्थितियों मे आवश्यक है सत्ता या विपक्ष मे शामिल हुए किसी भी समस्याओं का समाधान होना बहुत ही मुश्किल है। महासभा ने जो रणनीति बनाई गयी है उसमे कोई परिवर्तन नही की गई है महासभा भी अपने स्तर से अपने समाज के लोगों का एवं पिछड़े वैश्यों का हक़ व हिस्सा दिलाने के लिए ही रणनीति के तहत कार्यरत है।





