*”बचपन से ही डालिए सेवा और संस्कार,क्योंकि आने वाले समय में यही होंगे हमारे देश का आधार”, जोशी*
मनोज शर्मा, चंडीगढ़। श्रीहरि सिमरन सेवा समिति, चंडीगढ़ द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा (चतुर्थ) के अंतर्गत आज कृष्ण जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। संपूर्ण मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे गुब्बारों और भव्य झांकियों से सजाया गया,जिनमें वासुदेव और बाल कृष्ण की झांकी ने भक्तों का मन मोह लिया।
इस विशेष अवसर पर 11 किलो का केक भी बनाया गया,जो आयोजन का प्रमुख आकर्षण रहा। कार्यक्रम में भारत सरकार के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन,पूर्व महापौर देवेश मोदगिल,दीपक परिहार,गढ़वाल सभा व हिमाचल महासभा के पदाधिकारीगण और सदस्य कुलदीप ध्यानी,महेश ध्यानी,ललित भाटिया सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
समिति की मुख्य संरक्षक पूनम कोठारी ने बताया कि कथा के समापन पर तुलसी के 101 पौधों का वितरण भी किया गया,जो पर्यावरण संरक्षण और आध्यात्मिक समर्पण का संदेश देता है।
भागवत किंकर आचार्य विवेक जोशी जी ने कथा वाचन करते हुए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा,“अपने बच्चों को बचपन से ही धर्म, संस्कृति और सेवा का महत्व सिखाइए, क्योंकि यही बच्चे आगे चलकर देश और धर्म की नींव बनेंगे।”
श्रावण मास की ज्ञान गंगा में आज अशोक चौधरी,विजय लक्ष्मी,वीरेंद्र प्रसाद,ललित भाटिया, आस्था परिवार की ओर से मोनिका बंसल, समिति की प्रधान कांति देवी तथा सदस्यगण मोहन,राज रानी,सुभाष कोठारी,देवी दत्त,तिवारी, अनिल कोठारी,प्रीति,नैंसी गुप्ता,दीपाली,मानसी, तरुणा,कीर्ति,रोहन,धीरज कुमार,अनिल,दीपा मेहता सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक जागरूकता का प्रतीक बना,बल्कि सामाजिक एकता,सेवा और पर्यावरण के प्रति जागरूकता का भी संदेश लेकर आया।





