मनोज शर्मा,चंडीगढ़ । महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, एमडीएवी भवन,दरिया,चंडीगढ़ ने जल संसाधन दिवस के उपलक्ष्य पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन पर्यावरण विभाग चंडीगढ़ प्रशासन के सहयोग से किया गया। इसका शुभारंभ पूर्व डिप्टी मेयर अनिल दुबे ने किया।
यह नुक्कड़ नाटक दरिया गांव की डिस्पेंसरी के निकट आयोजित किया गया। स्टूडेंट्स ने संदेश दिया कि धरती पर सभी जीवित प्राणियों के लिए जल अनिवार्य है। स्वच्छ पेयजल की मात्रा में निरन्तर कमी हो रही है। सूखे क्षेत्रों में लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। पानी के व्यर्थ बहाव को रोका जाना अति आवश्यक है। जलाशयों में कूड़ा करकट डालने से जल प्रदूषित हो जाता है। जल के अभाव में हर वर्ष असंख्य पशु- पक्षियों और मनुष्यों की मृत्यु हो जाती है। जलाशयों का संरक्षण होना आवश्यक है। वन की पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अहम भूमिका है। ये जल को शुद्ध रखने में योगदान देते है इसलिए पौधरोपण किया जाना चाहिए। जनसंख्या बढ़ने से पानी का संकट मनुष्य के सामने है। विश्व में प्रदूषित होते जल संसाधनों को बचाया जाना अति आवश्यक है। पानी की हर बूँद अमूल्य है। स्टूडेंट्स ने वेस्ट वाटर के सही उपयोग के ढंग भी बताये। अनिल दुबे ने नुक्कड़ नाटक की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से लोगों में जागरूकता उत्पन्न होती है। वे जल के महत्व के प्रति जागरूक होते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम की शाबाशी दी।
डिस्पेंसरी से डॉ. राजीव ढांडा ने कहा कि जल को बचाना अति आवश्यक है। भविष्य में पानी की कमी को रोकने के लिए सबको जागरूक होना चाहिए। स्कूल की वाईस प्रिंसिपल अंजू मोदगिल ने टीचर्स और स्टूडेंट्स की मेहनत की सराहना की। किरण धस्माना और नेहा हांडा ने इस स्किट में स्टूडेंट्स का मार्गदर्शन किया। प्रिंसिपल डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जल संसाधनों को स्वच्छ एवं संरक्षित रखने की महता की जानकारी देना था।