कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का बयान केंद्र सरकार की बौखलाहट :किसान जत्थेबंदी ,24 फरवरी को डी सी अमृतसर को दिया जाएगा मांग पत्र ।
जंडियाला गुरु कुलजीत सिंह
कॉरपोरेट के दबाव के नीचे मोदी सरकार द्वारा कृषि कारोबार और कृषि मंडी ढांचे को तबाह करने के लिए पास किये गए तीन कृषि काले कानून को रद्द कराने के लिए किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब की अध्यक्षता में जंडियाला गुरु में चल रहा रेल रोको आंदोलन गुरबचन सिंह चब्बा ,जर्मनजीत सिंह बंडाला और रणजीत सिंह कलेरबाला की अगुवाई में आज 153 वें दिन में दाखिल हो गया। किसान नेताओं ने कहा कि कल केंद्र सरकार के ज़बर ज़ुल्म के खिलाफ डी सी अमृतसर को मांग पत्र दिया जाएगा। धरने को संबोधित करते हुए कृपाल सिंह कलेर मांगट और मुख्तार सिंह भंगवां ने कहा कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन केंद्र सरकार के 26 जनवरी को किये गए जबर जुल्म के बाद लगातार मोर्चे में बढ़ रही किसानों मज़दूरों और आम लोगों की बड़ी गिनती को देखते हुए घबराहट में आई केंद्र सरकार और उसके मंत्रियों द्वारा किसानों के खिलाफ दिए जा रहे अपमानजनक बयान घबराहट की निशानी है। किसान नेता चब्बा ने कहा कि कृषि मंत्री तोमर द्वारा हक सच की लड़ाई लड़ रहे आंदोलनकारी किसानों और मज़दूरो को बड़ी भीड़ बताना शर्मनाक बात है देश के अन्नदाता का अपमान है ।प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अडानी और अंबानी और अमेरिका सम्राज्य के दबाव के नीचे कृषि विरोधी कानूनों को सही बताना देश विरोधी नीतियों को उजागर करता है ।जत्थेबंदी द्वारा जगीर सिंह नूरपुर और युवक संदीप कुमार तलवंडी संघेरा के बेवक्ती मौत पर उनके परिवार के।साथ शोक व्यक्त किया ।इस मौके पर बलजीत सिंह भंगवा ,गुलज़ार सिंह कोटला गुज्ज्रां, कुलदीप सिंह दादूपूर,जगतार सिंह वीरम ,हरिंदर सिंह वडाला ,सुखविंदर सिंह ठठा ,और गुरदयाल सिंह पंधेर ने संबोधित किया
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