
चौमहला/झालावाड: जनकल्याणकारी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना में जरूरतमंद लाभार्थी परिवार को पंचायत द्वारा किस तरह मनमानी कर आनाकानी व परेशान किया जाता है।झालावाड जिले की डग पंचायत समिति की ग्राम पंचायत पाडलिया के गांव पिपलाई में ऐसा मामला सामने आया है। लाभार्थी शारदा बाई पिता कंवरलाल निवासी पिपलाई जिनका योजना में आई डी नंबर RJ2923336 है।जिनकी पहली किस्त जमा होने पर पंचायत द्वारा आवास निर्माण करने के लिए नोटिस निकाला जाता है। बाद में दूसरी क़िस्त के आनाकानी व रुकावट पैदा की जा रही है। लाभार्थी शारदा बाई ने बताया कि पहली किस्त डलते ही उन्होंने प्लाट का निर्माण शुरू कर दिया।वही जब दूसरी क़िस्त के लिए प्लाट की जिओ टैगिंग की जरूरत हुई तो पंचायत सरपंच द्वारा जिओ टैगिंग करने वाले कर्मियों को मना कर दिया गया की अब इसकी कोई टैगिंग नही होगी।जबकि कई बार सरपंच से विनती कर ली गई बावजूद सरपंच द्वारा पंचायत सहायक,सचिव व कर्मियों को मना कर दी गई। जबकि अन्य कर्मियों ने भी सरपंच के इस रवैये को गलत बताया। लाभार्थी का कहना है कि वो गरीब परिवार है आवास निर्माण पर उनका कर्जा बढ़ गया मजदूरों को पैसे देने है।लेकिन दूसरी क़िस्त के लिए सरपंच किशन मेघवाल द्वारा मनाई कर आनाकानी की जा रही है।अगर आवास की तरह सरपंच की मंशा जिओ टैगिंग करवाने को लेकर पैसे लेने की है तो हम नही दे सकते।जबकि सरपंच द्वारा पैसे लेकर गांव में चारागाह भूमि पर प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास पास करवाकर किस्तें उठा ली गई।शारदा बाई व उनके पुत्र दसरथ द्वार सरपंच द्वारा की जा रही मनमानी से आर्थिक व मानसिक परेशान होने की भी बात कही।वही आलाधिकारियों को भी ऐसे मामलों पर नजर रखना चाइये।अगर ऐसे मामलों की जांच की जाए तो कितने मामले उजागर हो व इनमें लिप्त भ्रस्टाचार की पोल सामने आ सके।वही इस मामले में ग्राम विकास अधिकारी लक्ष्मण माली का कहना है कि लाभार्थी शारदा बाई को दूसरी क़िस्त का लाभ बिल्कुल मिलना चाइये वह पात्र है लेकिन सरपंच किशन मेघवाल की हटकर्मिता साफ दिखाई दे रही है उसके द्वारा जिओटैगिंग के लिए रोका जा रहा है।
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