
लाडवा (गोस्वामी ) – पिछले डेढ़ महीने से दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को देख कर देश व प्रदेश के लोगो मे किसानों के प्रति सहनुभूती पैदा हो रही और और लोग अपने घर से जाकर किसानों का समर्थन करने में लगे है, लेकिन सत्ता में बैठे नेताओ को किसान मजदूर की यह समस्या दिखाई नहीं दे रही। जोकि सत्ता में बैठे लोगो की जनविरोधी नीतियों को साबित कर रही है। आज लाडवा में जानकारी देते हुए किसान नेता सौरभ छपरा ने कहा कि जिस प्रकार का रवैया अपनाकर भाजपा सरकार किसानों को प्रताड़ित करने का प्रयास कर रही है, वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह लड़ाई किसी पार्टी या जाति विशेष की नहीं है, यह लड़ाई भारतीय समाज की है, जिसका एक बड़ा हिस्सा खेती से संबंध रखता है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ महीने के अंतराल में धरने पर बैठे 3 दर्जन से ज्यादा किसान अपने जीवन की कुर्बानी दे चुके है, बहुत से बच्चे और महिलाएं अपने हकों की लडाई लड़ते लड़ते आंदोलन के दौरान चोटिल हो गए है। परन्तु भाजपा सरकार किसी भी सूरत में किसानों की बात मानने के लिए तैयार नहीं है, जिससे किसानों और जनता में सरकार के प्रति लगातार रोष बढ़ता जा रहा है। अगर यही हालात रहे तो हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी भाजपा के कार्यक्रमों को किसान विरोध करने लगेंगे। सौरभ छपरा ने कहा कि भाजपा अब तक की पहली और आखिरी सरकार साबित होगी, जिसे भविष्य में किसान कभी अपना समर्थन नहीं देंगे और आने वाले चुनावों में भी भाजपा का पूरा खुलकर विरोध किया जाएगा।
लाडवा में जानकारी देते किसान नेता सौरभ छपरा व अन्य।
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