
रेल रोको आंदोलन 63 वें दिन में हुआ दाखिल ,खट्टर और मोदी सरकार द्वारा हरियाणा में किसान आंदोलन खिलाफ पाबंदियां लगाने और ग्रिफ्तारियों क विरोध में अर्थी फूंक प्रदर्शन किया ।
जंडियाला गुरु कुलजीत सिंह
किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के राज्य प्रधान सतनाम सिंह पन्नु और महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हरियाणा की खट्टर सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ने किसान आंदोलन से घबरा कर हरियाणा में किसान नेताओं की ग्रिफ्तारियाँ कर फासीवादी सोच पर चलते हुए आंदोलन के खिलाफ लगाई गई पाबंदियां सरकार की बख्लाहट की निशानी है ।हरियाणा के बॉर्डर सील कर किसान आंदोलन को रोकने की मोदी सरकार की चाल है ,जिसकी जत्थेबंदी ने कड़ी निंदा की ।कत्थुनंगल ज़ोन के 16 गांवों में दिल्ली जाने की तैयारी कराई गई ।सरवन सिंह पंधेर की अध्यक्षता में खट्टर सरकार की अर्थी फूंकी गई और ग्रिफ्तार किए किसान रिहा करने की मांग की गई।
केंद्र एक तरफ बातचीत के लिए बुलावा देता है तो दूसरी तरफ़ उन पर दबाव डालने की कोशिश करता है। देश की जत्थेबंदियो को इस बुलावे में ना शामिल कर आपस मे फूट डालने की कोशिश है ।रेल रोको आंदोलन जंडियाला गुरु में 63 वें दिन संबोधित करते हुए इंद्रजीत सिंगग कल्लीवाल ने कहा कि आज रेल ट्रैक ओर 2 से 4 बजे तक रैली की गई और बाकी समय मालगाड़ी के लिए छोड़ा गया ।इस मौके पर धर्म सिंह सिद्ध ,गुरबक्श सिंह ,मंगल सिंह ,जसवंत सिंह ,अमर सिंह ,जगदीश सिंह ,अवतार सिंह ,फुम्मन सिंह ,मेजर सिंह ,लखबीर सिंह ,कृष्ण शर्मा ,और हरबंस लाल हाज़िर थे।य
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