
जयपुर,(सुरेन्द्र कुमार सोनी) । श्री दक्षिणमुखी बालाजी महाराज हाथोज धाम में शनिवार पुष्य नक्षत्र होने के शुभ अवसर पर भगवान नारायण स्वरूप शालिग्राम का एवं बालाजी का सुगंधित जल से स्नान अभिषेक कराया और विष्णु सहस्त्रनाम से पुष्प एवं तुलसा दल अर्पित किए गए। हाथोज धाम के स्वामी बालमुकुंद आचार्य महाराज ने बताया कार्तिक मास का हमारे शास्त्रों के अनुरूप भगवान विष्णु की आराधना एवं तीर्थों का स्नान का विशेष महत्व कार्तिक मास में प्रातः जल्दी उठकर तारों की छांव में स्नान करना सूर्य भगवान को अरग देवें तुलसी महारानी को जल चढ़ाएं अपने घर में और घर के आस-पास मंदिर में दीपक जलाएं और भगवान नारायण स्वरूप विष्णु राम कृष्ण नरसिंह की चार परिक्रमा लगा कर श्रीमन्नारायण मंत्र का जप करें। विद्वानों का यह कहना है जो व्यक्ति कार्तिक मास में सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करता है। शालिग्राम भगवान का अर्पित किया हुआ जल और तुलसी ग्रहण करता है उस व्यक्ति की कभी भी अकाल मृत्यु दुर्घटना में मृत्यु नहीं हो सकती। अक्षय फल की प्राप्ति के लिए कार्तिक मास में मंदिर के दर्शन प्रातः स्नान और गाय को चारा ब्राह्मण जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री दान करने का विशेष फल मिलता है। मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति के लिए भी कार्तिक मास स्नान व्रत जप और तप करना ही चाहिए।
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