किसान जत्थेबंदी द्वारा केंद्र सरकार की मीटिंग में ना जाने का लिया फैसला ,देश के अन्य राज्यों और हरियाणा की जत्थेबंदियों को बातचीत के लिए नही दिया गया बुलावा पत्र ।
जंडियाला गुरु कुलजीत सिंह ।
किसान मज़दूर सँघर्ष कमेटी पंजाब द्वारा चली लंबी चर्चा के बाद फैसला किया गया कि केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई मीटिंग में नही जाएंगे ।रेलवे ट्रैक देवीदासपुरा अमृतसर में आंदोलन आज 19 वें दिन में दाखिल हो गया ।राज्य सचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि मोदी सरकार ने हरियाणा और देश की अन्य राज्यों की जत्थेबंदियों को ना बुलावा देकर फूट डालने की कोशिश की जा रही है। इसके इलावा प्रधानमंत्री खुद मीटिंग नही कर रहे। भाजपा नेता ग्रेवाल लगातार यह कह रहें हैं कि कानून रदद् नही हो सकते ।इसी तरह भाजपा नेता तरुण चुघ भी कह रहे हैं कि हम जिलों में कांफ्रेस कर किसानों को समझाएंगें और 13 अक्तूबर को ट्रैक्टर मार्च निकालेंग ,जिसमें केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे। किसान नेताओं ने कहा कि क्या केंद्र का कृषि विभाग का सचिव कोई फैसला करने की हालत में होगा जबकि देश का प्रधानमंत्री यह कह रहा हो कि यह 21 वीं सदी का एक या।ऐतिहासिक फैसला है। तो फिर वही प्रधानमंत्री के उलट कैसे फैसला लेगा।
हम बातचीत के लिए सदा तैयार हैं ,मामले बातचीत द्वारा ही सुलझते हैं,प्रंतु मोदी सरकार की नीयत ठीक नही ।वह जत्थेबंदियों में दरार डालना चाहते हैं ।हमे और किसी जत्थेबंदी द्वारा मीटिंग करने का कोई एतराज नही ।इस मौके पर रणबीर सिंह डुग्गरी ,बख्शीश सिंह,सुल्तानी ,गुरबचन सिंह चब्बा ,सविंदर सिंह चुताला , बाबा करनैल सिंह ,सुखदेव सिंह अलड़पिंडी ,गुरप्रीत सिंह गोपी ,सूबेदार रछपाल सिंह ,गुरप्रीत सिंह ,अशोक वर्धन ,कुलदीप सिंह बेगोवाल ,कश्मीर सिंह फत्तूकुल्ला ,मंगजीत सिंह सिधवां ,अमरदीप सिंह गोपी हाजिर थे।