किसान मजदूर सँघर्ष कमेटी ने काली पट्टियां ,और काले झंडे दिखाकर काला आज़ादी दिवस मनाया ,
केंद्र और पंजाब सरकार का फूँका पुतला ।
जंडियाला गुरु कुलजीत सिंह
किसान मजदूर सँघर्ष कमेटी पंजाब की अध्यक्षता में जोन बाबा नौध सिंह के प्रधान गुरदेव सिंह वरपाल ,सचिव प्यार सिंह पंडोरी ,जर्मनजीत सिंह बंडाला की अध्यक्षता में गोल्डन गेट अमृतसर और जी टी रोड जंडियाला में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा निजजीकर्ण की नीतियों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ाते हुए कोविड 19म्हांमारी की।आड़ में देश के जनतक अदारों द्वारा कृषि मंडी ,बिजली बोर्ड ,रेलवे ,एल।आई सी ,भारत पेट्रोलियम ,बैंक सेवाएं ,को कारपोरेट घरानों के कब्ज़ा कराने ,किसानों को ज़मीनों से अलग कराने के लिए ऑर्डिनेंस 2020 विरुद्ध मोदी सरकार का पुतला फूंक कर आज़ादी दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए राज्य सचिव सरवन सिंह पंधेर और गुरबचन सिंह चब्बा ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा तीन ऑर्डिनेंस द्वारा जहाँ अर्थियां फूंक कर आज़ादी दिवस को काली आज़ादी दिवस मनाया गया। क्योंकि मोदी सरकार द्वारा इन ऑर्डिनेंस द्वारा पंजाब राज्य मंडी बोर्ड को खत्म कर धान की सरकारी खरीद बंद कर ,कृषि सेक्टर में कॉरपोरेट घरानों के दाखिला खोलकर किसानों को ज़मीन में से बाहर निकालने किसान मज़दूर विरोधी नीतियों को बनाकर किसानों का शोषण करने वाले कानून बनाये जा रहें हैं। इसके चलते 47 किसान हर रोज़ खुदकुशियां कर रहें हैं। कृषि मंडी को बंद कर मल्टीनेशनल कंपनियों का कब्जा कराया जा रहा है।
बिजली सोध बिल 2020 द्वारा किसानों की कृषि मोटरों द्वारा वार्षिक 72 हज़ार रुपये मांगे जाने लगे हैं ।इसके इलावा मजदूरों की 200 यूनिट सब्सिडी बन्द होगी ।इसलिए कृषि ऑर्डिनेंस और बिजली सोध बिल किसी भी कीमत पर किसानों और मजदूरों के हक़ ने नही है। उन्होंने ने कहा जहां शहीदों ने शाहिदीयां देकर अंग्रेज़ बाहर निकाले थे,पर शहीदों के सपनों वाला राज नही आया। देश के आबंटन समय 10 लाख से ज्यादा पंजाबी मारे गए ।उन्होंने कहा कि यू ए पी ए की दुरप्रयोग बन्द किया जाए,अल्पसंख्यक और दलितों पर किया जा रहा जबर जुल्म बन्द किया जाए अहलूवालिया रिपोर्ट रद्द की जाए ,पेट्रोल डीज़ल की कीमतें कम की जाएं ,डॉक्टर स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की जाए ।
इस मौके पर कुलदीप सिंह ,बलविंदर सिंह, बिल्ला चब्बा ,लखबीर सिंह मंडयाला ,कंवलजीत सिंह ,किरपाल सिंह वंचड़ी ,फ़तेह सिंह बुत्त ,चरनजीत सिंह सफीपुर ,मोहकम सिंह ,सलविंदर सिंह भोला ,शीतल सिंह पंडोरी ,हरि सिंह ,सरूप सिंह चाटीविंड ,राजविंदर सिंह ,अमरदीप सिंह सोनी ,बलदेव सिंह दोधी मंडयाला ,हरदेव सिंह सांगणा ,कुलदीप सिंह बसरके, मनजीत सिंह मुल्लां बेहराम ,कुलदीप सिंह मिरांकोट ,बलकार सिंह देविदासपुरा हाज़िर थे।