कुटरचित फर्जी हस्ताक्षर कर धोखाधडी से प्राईवेट सोसायटी से रूपये उठाने के दर्ज प्रकरण में वांछित अभियुक्त बंशीधर को किया गिरफ्तार
जयपुर,(सुरेन्द्र कुमार सोनी) । श्रीमती राशि डोगरा डूडी आईपीएस पुलिस अधीक्षक जिला जयपुर ग्रामीण ने जानकारी देते हुए बताया है कि दिनांक 03.05.2023 को परिवादी श्री श्री हरसहाय पुत्र श्री लक्ष्मीनारायण जाति जाट उम्र 48 साल निवासी खेजरोली थाना गोविन्दगढ जिला जयपुर ने थाना सामोद पर उपस्थित होकर एक रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि मैं पुलिस विभाग में नौकरी करता हूँ। मेरे परिचित बंशीधर मिंडा ने मुझे बताया कि मैं मेरे गांव इटावा भोपजी में एक सोसाईटी चलाता हूँ। इसके जरिए आपको निवेश करना है और निवेश किए हुए पैसे पर आपको मुनाफा / ब्याज भी मिलेगा सोसाईटी में कई सदस्य है। सोसाइटी के जरिए रूपए एकत्रित कर जरूरत के अनुसार सोसाइटी के सदस्यों को देता हूँ। आप भी उस सोसाइटी के सदस्य बन जाओं और आपको प्रत्येक माह इस खाते में रू० 3000/- जमा कराने पड़ेंगे, जरूरत के अनुसार पैसे देता रहूंगा। इस पर मैने बंशीधर मिंडा की बातों पर विश्वास करके बंशीधर की सोसाइटी में 10 खाते खुलवाए (07 खाते स्वयं के तथा शेष 03 खाते लालाराम कुमावत के खरीदे) व प्रत्येक खाते में 3000/- रूपये जमा करवाए है, जिसकी एंट्री सोसाइटी के रजिस्टर में की गयी। दिनांक 15.11.2017 से 15.05.2019 तक लगभग रू० 570000/ जमा करवाए जो मुनाफे सहित 625000/- रूपये हुए तथा बंशीधर ने मेरे से 350000/- उधार लिए। मैने जरूरत होने पर बंशीधर से पैसे लेने की बात कही तो उसने कहा अभी पैसे नहीं है, मैं दे दूंगा। हर बार रूपये मांगने पर भी बंशीधर जो कि सोसाइटी चलाता है मेरे पैसे नहीं दिए। इस पर मैंने सोसायटी के अन्य सदस्यों को भी एकत्रित किया था। पैसे मांगने के लिए दिनांक 16.04.2022 को बंशीधर के पास गया तो बंशीधर भिंडा ने सोसायटी का रजिस्टर जिसमें सोसायटी के सदस्यों का हिसाब लिखा होता है वह मुझे दिखाया तो मुझे आश्चर्य हुआ कि बंशीघर ने अपनी हस्तलिखित राईटिंग में मुझे रकम देने की बात लिखी हुई है तथा उस पर रेवेन्यू टिकट लगाकर मेरे फर्जी व कूट रचित हस्ताक्षर कर रखे है मुझे आज दिनांक तक बंशीधर ने सोसायटी के 10 खातों में जमा कराई गई राशि मय मुनाफा रू0 625000/- मेरे दिए गए रू0 350000 / वापिस नहीं दिए है। बंशीधर भिंडा ने मेरे साथ धोखाधड़ी की है। अब मुझे जानकारी में आया है कि बंशीधर ने जो सोसायटी चला रखी है वह बिना रजिस्ट्रेशन की है। इस प्रकार बंशीधर ने बिना रजिस्ट्रेशन अवैध सोसायटी का संचालन करके मुझे सोसायटी में निवेश कराने हेतु व उस पर मुनाफा देने की बात विश्वास में लेकर प्रेरित करते हुए रूपये लेकर मेरे साथ धोखाधडी की है। आदि रिपोर्ट पर अभियोग पंजीबद्ध कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।





