गजसिंहपुर,(यश कुमार)। श्री महावीर ड्रामेटिक क्लब के मंच पर मंगलवार को राम वनवास के महत्वपूर्ण प्रसंग का मंचन हुआ जिसमें दशरथ और कैकई के बीच का भावनात्मक दृश्य ने विशेष रूप से दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया इस दृश्य में दशरथ के हृदय विदारक दुख और कैकई की निष्ठुरता को बखूबी प्रस्तुत किया गया मुख्य अतिथि के रूप में सुनील बाघला (समाजसेवी और रेडियोग्राफर, राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र), ओम प्रकाश वर्मा (सदस्य राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी व पूर्व पार्षद), और राहुल सूद (सदस्य राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी) ने कार्यक्रम में भाग लिया इस अवसर पर सुनील बाघला ने रामलीला की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए क्लब के प्रयासों की सराहना की और उनके द्वारा आयोजित इस धार्मिक आयोजन को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया इस मंचन में दशरथ की भूमिका को मंगत राय शर्मा ने निभाया जबकि कैकई की भूमिका में मनोज कामरा और मंथरा की भूमिका में सतीश वधवा ने अपने अभिनय से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया राम की भूमिका बालकिशन गिरधर ने निभाई और मंत्री की भूमिका को गोपाल कृष्ण ने शानदार तरीके से प्रस्तुत किया कार्यक्रम में विशेष रूप से, दशरथ और कैकई के बीच संवाद और भावनाओं का आदान-प्रदान मंच पर गहरे प्रभाव छोड़ने वाला था जहाँ एक ओर दशरथ अपने बेटे राम को वनवास जाने से रोकने के लिए व्यथित दिखेवहीं कैकई ने अपने पुत्र भरत के लिए राजगद्दी की मांग की जिससे माहौल में तनाव और उलझन की स्थिति पैदा हो गई समाजसेवी सुनील बाघला ने कार्यक्रम में शामिल सभी कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि रामलीला एक अनमोल धरोहर है जो हमारी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखती है हमें इसे भावी पीढ़ी के बीच जीवित रखना चाहिए इस कार्यक्रम के दौरान रामलीला के पात्रों ने दर्शकों को अपनी भावनाओं, संवादों और अभिनय के माध्यम से हिन्दू धर्म के एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक प्रसंग से जोड़ा जो हमेशा भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहेगा ।





