अर्श सज्जन साहित्यकार और व्यक्तित्व के धनी थे : विज
मनोज शर्मा,चंडीगढ़। पंजाबी व हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार सिरी राम अर्श का विगत रात मोहाली में संक्षिप्त बीमारी के पश्चात निधन हो गया। 90 वर्षीय अर्श जी अपने पीछे दो बेटे और बेटी छोड़ गए हैं। मोहाली में आज उनका संस्कार कर दिया गया। इस अवसर पर संवाद साहित्य मंच,चंडीगढ के अध्यक्ष व लेखक प्रेम विज, उपाध्यक्ष डॉ विनोद शर्मा,आचार्यकुल चंडीगढ़ के अध्यक्ष के के शारदा सहित बहुत संख्या में पंजाबी,हिंदी और उर्दू के लेखक उपस्थित थे ।चंडीगढ़ साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ अनीश गर्ग ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
विज ने अर्श जी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 21 पुस्तकों से पंजाबी साहित्य को समृद्ध किया। उन्होंने कहा कि हम इकट्ठे साथ-साथ वर्षों तक सरकारी नौकरी भी करते रहे। उनके साथ व्यक्तिगत ओर साहित्यिक संबंध भी रहा। मंच के उपाध्यक्ष व कवि डॉ. विनोद शर्मा ने कहा कि अर्श जी ने पंजाबी गजल को पंजाबी सभ्यता और संस्कृति के साथ जोड़ा। वह साहित्य के माध्यम से हमारे बीच में रहेंगे। शारदा ने कहा कि वह अच्छे साहित्यकार होने के साथ-साथ अच्छे इंसान भी थे। सभी साथियों के सुख-दुख में हमेशा हाजिर रहते थे।





