मनोज शर्मा, चंडीगढ़। वायुसेना प्रमुख,एयर चीफ मार्शल एपी सिंह द्वारा नई दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई शौर्य भारत ईवी रैली,25 से 27 जुलाई,2025 तक चलने वाले तीन दिवसीय अभियान के तहत वायुसेना स्टेशन अंबाला पहुंची।”सेना के साथ पर्यावरण का विकास”थीम पर आधारित इस रैली का लक्ष्य भारत के रक्षकों को श्रद्धांजलि देते हुए पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना है। इस कार रैली का उद्देश्य “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता का स्मरण करते हुए हमारे सशस्त्र बलों की वीरता को सम्मानित करना है।
अंबाला वायुसेना स्टेशन पर रैली के स्वागत में ध्वजारोहण समारोह का संचालन एयर कमोडोर बी सतीश, एयर ऑफिसर कमांडिंग,वायु सेना स्टेशन अंबाला ने विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में किया । उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारत की सबसे बड़ी सैन्य शक्तियों: भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता के एक शक्तिशाली संगम का प्रतिनिधित्व करता है।
यह आयोजन नागरिक-सैन्य सहभागिता को बढ़ावा देता है और स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के लिए भारत के प्रभावशाली दायित्व व प्रयासों को दर्शाता है। वायु सेना,थलसेना,नौसेना, डीआरडीओ,तटरक्षक बल,एनसीसी सहित रक्षा मंत्रालय के कुल 112 प्रतिभागी इस रैली का हिस्सा हैं। यह रैली युवाओं से संवाद करके उन्हें जागृत करने और सशस्त्र बलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए मार्ग में आने वाले कॉलेजों/विश्वविद्यालयों का दौरा करेगी, जिसमें साहस, अनुशासन और देशभक्ति के मूल्यों पर ज़ोर दिया जाएगा।
यह रैली प्रोग्रेस हार्मनी डेवलपमेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) द्वारा भारतीय वायु सेना एडवेंचर विंग के सहयोग से आयोजित की जा रही है। यह रैली 40 प्रायोजित टाटा वाहनों, जिनमें मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और हाइब्रिड वाहन शामिल हैं, द्वारा लगभग 800 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जो भारत के रक्षा में सेवारत कर्मियों के प्रति एक विशेष श्रद्धांजलि है।
इस अवसर पर,अरशद शॉल,अध्यक्ष,युवा मामले एवं खेल समिति,पीएचडीसीसीआई ने कहा कि शौर्य भारत ईवी अभियान सशस्त्र बलों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। यह रैली शौर्य की भावना और हरित एवं आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को दर्शाती है। यह रैली कल आदमपुर के लिए रचना होगी तथा बाद में वापस नई दिल्ली लौटेगी,जिससे प्रतिभागियों और दर्शकों में एकता और पर्यावरण जागरूकता की भावना का संचार होगा।





