राजस्थान

जयपुर (पर्यटकों को बुला रही है नाहरगढ़ की मानसूनी रौनक) हरियाली की चादर ओढ़े नाहरगढ़ पर फुहारों की बहार:-डॉ कमलेश शर्मा

जयपुर,(सुरेन्द्र कुमार सोनी) । मानसून की फुहारों के साथ ही नाहरगढ़ की पहाड़ियाँ एक बार फिर जीवन से सराबोर हो उठी हैं। चारों ओर हरियाली का साम्राज्य है, पेड़-पौधे धुलकर और भी हरे-भरे हो गए हैं और वातावरण में ताजगी घुल चुकी है। इस प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक नाहरगढ़ की ओर रुख कर रहे हैं। गत सप्ताहभर में जब-जब वर्षा हुई, उसके तुरंत बाद हजारों सैलानी नाहरगढ़ पहुंचे। खासकर सप्ताहांत पर पड़ने वाली वीक ऑफ की छुट्टियों में यह संख्या और भी बढ़ जाती है। बीते रविवार की बात करें तो दिन भर में करीब 6 हजार से अधिक पर्यटक नाहरगढ़ पहुंचे, जो अब तक की इस मानसून सीजन की सबसे बड़ी संख्या मानी जा रही है।
*पर्यटकों की पसंद बना नाहरगढ़:
नाहरगढ़ किला, जो पहले से ही जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार है, अब मानसूनी हरियाली के चलते और भी आकर्षक बन गया है। पहाड़ियों से रिसती जल धाराएं, बरसाती कोहरे से ढकी वादियाँ, और दूर-दूर तक फैली हरितिमा—यह सब मिलकर नाहरगढ़ को प्राकृतिक प्रेमियों का स्वर्ग बना रही हैं।
*स्थानीय कारोबार को भी लाभ:
पर्यटकों की बढ़ती आमद से स्थानीय व्यवसायियों—चाय-नाश्ते के स्टॉल, गाइड्स, टैक्सी सेवाओं आदि को भी अच्छा लाभ मिल रहा है। होटल और लॉज में बुकिंग्स बढ़ी हैं और ट्रैवल एजेंसियों की भी मांग बढ़ी है।
*प्रशासन की तैयारी भी मुकम्मल:
पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने भी बढ़ती भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की हैं। सुरक्षा, ट्रैफिक कंट्रोल और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
*सावधानी जरूरी:
यद्यपि मानसून के इस मौसम में नाहरगढ़ की वादियाँ बेहद खूबसूरत हो जाती हैं, लेकिन पहाड़ी रास्तों पर फिसलन के कारण प्रशासन द्वारा पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। पहाड़ी मार्गों पर स्लिप प्रूफ फुटवियर पहनना और निर्धारित क्षेत्रों में ही घूमना जरूरी बताया गया है।
*बढ़ रहा पर्यटन,हो रहा विकास:
नाहरगढ़ पर छाया यह हरा-भरा दृश्य सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य नहीं, बल्कि शहर के पर्यटन और स्थानीय आर्थिक गतिविधियों के लिए भी सकारात्मक संकेत है। यदि यही सिलसिला जारी रहा, तो यह मानसून सीजन जयपुर पर्यटन के लिए एक रिकॉर्ड सीजन बन सकता है।
*बरसात के साथ बढ़ती पर्यटकों की तादाद:
यहां कार्यरत सुपरवाइजर श्री मनीष माथुर ने बताया कि विगत दिवसों की बात करें तो आँकडों से यह सपष्ट हो रहा है कि बरसात के खुशनुमा मौसम में पर्यटकों के भ्रमण में सतत इजाफा हो रहा है। विगत 29 मई को 1630, 31 मई को 2028, 01 जून को तीन हज़ार, 02 जून को 1862, 03 जून को बारिश होने से 4025, पुनः गर्मी हो जाने से बीच मे 2020 और बीच मे 1368 संख्या दर्ज की गई। वहीं हाल ही में रविवार, 29 जून को 6 हज़ार 103 पर्यटकों के भ्रमण का रिकॉर्डतोड़ आंकड़ा पर्यटन के लिये सुखद संकेत है।गौरतलब है कि विगत वित्तीय वर्ष में नाहरगढ फोर्ट पर्यटन से सवा पांच करोड़ का राजस्व प्रदेश सरकार ने अर्जित किया है, वहीं पीक सीजन में 10 हज़ार पर्यटकों का भ्रमण औसतन रहता है।

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