मनोज शर्मा,चंडीगढ़: विश्व पंजाबी प्रचार सभा और त्रिभाषीय साहित्यिक मंच की ओर से आज सैनी भवन, सेक्टर 24 के सभागार में काव्य गोष्ठी और सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि कर्नल (रि.)जसजीत सिंह काहलों,विशेष अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज, अध्यक्षता भाई समिंदर सिंह भाकूमाजरा और प्रिंसिपल बहादुर सिंह गोसल थे।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्रि. गोसल के पांच विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। हरजीत सिंह (प्रसिद्ध मैराथन धावक),गुरुकृपाल सिंह सुरापुरी (प्रसिद्ध पंजाबी गायक),बाबा बलबीर सिंह (पी जी आई मुफ्त लंगर वाले),परमिंदर सिंह आर्टिस्ट (सिख अजायबघर बुलौंगी के निर्माता) और देवेंद्र सिंह जुगनी (भांगड़ा और रंग कर्मी)के लिए सम्मानित किया गया।
काव्य गोष्ठी में पंजाबी,हिंदी और उर्दू के लगभग 35 कवियों ने कविताओं से सभी को मंत्र मुग्ध किया। काव्य गोष्ठी का संचालन अवतार सिंह मेहतपुरी और कृष्णा राही ने किया। काव्य गोष्ठी की शुरुआत में जगतार सिंह जोग ने प्रिं. गोसल का गीत गाया। डॉ. संगीता शर्मा कुंद्रा ‘गीत’ ने पंजाबी गीत पेश करते हुए कहा,”चलो याद करिए ओ बचपन दी बातां, ओ दिन हल्के फुल्के ओ दिन ते ओ रातां”।
प्रेम विज ने ग़ज़ल पेश करते हुए कहा,” डूबती कश्ती भी साहिल पर आ गई। राख से शमां नयी फिर से छा गई”। कवित्री विमला गुगलानी ने देश के सैनिकों के लिए कहा “झांको उनकी ओर सरहद पर है दिल के टुकड़े”। इनके अतिरिक्त जगतार सिंह जोग, डॉ संगीता शर्मा कुंद्रा ‘गीत’, डॉ विनोद कुमार शर्मा, प्रेम विज, पल्लवी रामपाल, विमला गुगलानी, कृष्णा गोयल, अमनदीप सिंह सैनी, ज्ञान सिंह कालहों, जसविंदर सिंह, राजेंद्र सिंह धिमान,भूपेंद्र भागो माजरिया,कृष्ण राही, दर्शन टियोणा, दलबीर सिंह सरोया, प्यारा सिंह राही, अमरप्रीत सिंह चठनान,दर्शन संधू,राजेंद्र सिंह धीमान,मंदर गिल,सतनाम सिंह प्रीत, डॉक्टर रविंद्र सिंह,करमजीत सिंह बग्गा, गिरजा सिंह,ज्ञान सिंह, जसविंदर सिंह, सतनाम सिंह प्रीत,दर्शन सिंह सिद्धू,भरपुर सिंह ने कविताओं को पेश कर वाह वाही लूटी।





