
✍️लोकहित एक्सप्रेस न्यूज़ संवाददाता विक्रम कुमार नागेश की रिपोर्ट गरियाबंद छत्तीसगढ़
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे editorlokhit@gmail.com पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।
गरियाबंद _जिले के मैनपुर विकासखंड मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर आदिवासी ग्राम गोना के प्राथमिक शाला आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है। इसी कड़ी में बिना किसी सरकारी मदद के अब यह पाठशाला अब स्मार्ट होने जा रहा है बुधवार को मैनपुर के स्त्रोत समन्वयक श्री नागे सर और गोना संकुल के समन्वयक श्री रसीद खान सर के कर कमलों से स्मार्ट क्लास की शुरुआत हुई यहाँ के शिक्षक श्री आलोक शर्मा सर के प्रयासों से यह सम्भव हो सका है उन्होंने ग्राम वासियों की सभा बुलाकर उन्हे समझाया की आज का यह 21वी सदी के भारत मे डिज़िटलाइजेशन का बहुत बड़ा योगदान है और बच्चों के पढ़ाई में भी इसे लागू करना बहुत ही आवश्यक है जिससे बच्चों के शिक्षण कार्य मे प्रगति होगी उनकी यह बात ग्राम वासियों को समझ आयी और ग्राम वासियों और पालक समिति ने आपस मे पैसे एकत्र किया और इसमें संस्था के शिक्षक आलोक शर्मा सर ने भी अपने वेतन के कुछ अंश दान किया और इससे प्रोजेक्टर खरीदा । जिससे अब प्राथमिक शाला गोना में स्मार्ट क्लास शुरू हो रहा है। ग्राम वासियों ने प्रेस वार्तालाप पर लोकहित एक्सप्रेस न्यूज़ को बताया कि शर्मा सर के आने से पिछले तीन सालों में इस स्कूल में अमूल चूल परिवर्तन आया है। पहले यह स्कूल जर्जर लगता था आज यह क्षेत्र के सबसे अच्छी पाठशालाओं में से एक है। आस पास के ग्राम के बच्चे भी यहाँ अपने रिश्तेदारों के घर रह कर यहाँ प्रवेश ले रहे हैं।
आलोक शर्मा सर ने अपने विचार रखते हुए प्रेस वार्तालाप पर लोकहित एक्सप्रेस न्यूज़ को बताया कि आज बड़ी खुशी की बात है कि ग्राम वासियो के सहयोग से गोना जैसे छोटे से ग्राम का स्कूल बिना किसी सरकारी मदद के आज इस मुकाम पर पहुंच गया। अब बच्चे स्मार्ट कक्षा के जरिये पूरी दुनिया से जुड़ सकेंगे साथ ही साथ वे कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर पाएंगे शर्मा सर ने
प्रेस वार्तालाप पर लोकहित एक्सप्रेस न्यूज़ को बताया कि जब वे इस पाठशाला में आये तो स्कूल कोविड के मार से उबर रहा था और यहाँ का शिक्षण स्तर भी नीचे चला गया था भवन भी जर्जर हो चला था वे इस शाला में अकेले शिक्षक थे, और पाठशाला में 75 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। वे जब यहां आए तो उन्होंने शाला को सवारना शुरू किया और स्कूल को स्वयं पेंट किया तथा कक्षाओं के दीवारों को सजाना शुरू किया एवं तरह तरह के चित्र उकेरे आज यहाँ के प्रिंट रिच वातावरण हो या बच्चों का कॉर्नर इन सबकी चर्चा SCERT तक हुई है शर्मा सर ने प्रेस वार्तालाप पर लोकहित एक्सप्रेस न्यूज़ को आगे यह भी बताया कि इस कार्य मे उन्हें विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री महेश पटेल , विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक श्री शिव कुमार नागे , समन्वयक श्री रसीद खान,राज्यपाल पुरुस्कार विजेता शिक्षक श्री संतोष तारक ,माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक श्री सूरज पात्र , पेश्वर यादव सर , प्रधान पाठक मानसिंह नागेश, कोमल जगत का मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हुआ। आलोक शर्मा सर और ग्राम वासियों के इस कार्य की अधिकारी एवं अनिल कुमार अवस्थी एवम समस्त संकुल के शिक्षकों ने प्रशंसा की और उन्हें शुभकामनाएं दी।
https://www.lokhitexpress.com
“लोकहित एक्सप्रेस” फेसबुक लिंक क्लिक आगे शेयर जरूर करें ताकि सभी समाचार आपके फेसबुक पर आए।
https://www.facebook.com/Lokhitexpress/
“लोकहित एक्सप्रेस” YouTube चैनल सब्सक्राईब करें :-
https://www.youtube.com/lokhitexpress
“लोकहित एक्सप्रेस” समाचार पत्र को अपने सुझाव देने के लिए क्लिक करें :-
https://g.page/r/CTBc6pA5p0bxEAg/review