(मिल्क पाउडर में ऑयल मिलाकर मावा बना रहे थे) जयपुर में 200 किलो मावा और 250 किलो मिल्क पाउडर का घोल करवाया नष्ट
October 29th, 2024 | Post by :- | 39 Views

जयपुर,(सुरेन्द्र कुमार सोनी) । जयपुर सीएमएचओ की टीम ने सोमवार सुबह जयपुर में सीकर रोड पर जोड़ला की ढाणी में एक मावा बनाने वाले के छापा मारा। इस दौरान यहां से बना रखा 200 किलोग्राम मिलावटी मावा और 250 किलोग्राम मिल्क पाउडर का घोल नष्ट करवाया। इनके अलावा 125 किलोग्राम मिल्क पाउडर का स्टॉक सीज किया। जयपुर सीएमएचओ डॉ. विजय सिंह फौजदार ने बताया- दीपावली के त्योहर पर मावा की बढ़ती खपत को पूरा करने के लिए कई लोग मिलावट करके मावा बनाने का काम करते है। हमे सूचना मिली थी कि जोड़ला की ढाणी में एक मावा बनाने वाली फैक्ट्री में मिल्क पाउडर से मावा बनाया जा रहा है। मौके पर जब छापा मारा तो पता चला कि फैक्ट्री प्रहलाद जाट की है। वहां मिल्क पाउडर में ऑयल मिलाकर मावा तैयार किया जा रहा है। इस पर टीम ने मौके पर बना तमाम मावा नष्ट करवाया। इसका वजन करीब 200 किलोग्राम था। नष्ट करवाए गए मावे के सैंपल भी लिए गए हैं। इनकी जांच के लिए लैब भिजवाए हैं। इसके अलावा मावा बनाने के लिए मौके पर तैयार किया गया मिल्क पाउडर का 250 किलोग्राम घोलनष्ट करवाया। फैक्ट्री में ही 125 किलोग्राम मिल्क पाउडर का स्टॉक रखा था, जिसे भी आगे मावा बनाने में उपयोग किया जाना था। इस मिल्क पाउडर के स्टॉक हमारी टीम ने सीज किया है। उसके सैंपल लेकर उसे लैब भिजवाए है।
*यहां से भी लिए सैंपल:
डॉ. फौजदार ने बताया- चौमूं के पास चिथवाड़ी में एरिया में भी टीम ने तीन-चार मावा उत्पादकों के यहां सर्च करने के बाद वहां से तैयार मावा, दूध और अन्य उत्पाद के सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए हैं। इसमें चिथवाड़ी स्थित विजय इंटरप्राइजेज, गोगोरियों की ढाणी स्थित शंकर दूध मावा पनीर भंडार, कविराज साधु राम, रोडाराम शर्मा और घटवाड़ा स्थित आर. बी. मावा भंडार के यहां सर्च किया गया।
*मानक स्तर का दूध लेकर ही मावा बनाने के निर्देश:
सीएमएचओ डॉ. विजय सिंह फौजदार ने बताया- सरकार के निर्देश हैं कि मावा केवल मानक स्तर का दूध लेकर ही उससे तैयार करना है। मिल्क पाउडर से मावा बनाने के लिए निर्देश नहीं है। मिल्क पाउडर में मानक स्तर का फैट नहीं मिलता। इसके कारण मावा उस क्वालिटी का नहीं होता है, जो होना चाहिए।

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